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मार्च, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जब सुकरात बच्चे के पैरों में गिर पड़े

जब सुकरात बच्चे के पैरों में गिर पड़े..... ---------------------------------------------- सुकरात समुन्द्र तट पर टहल रहे थे। उनकी नजर तट पर खड़े एकजब सुकरात बच्चे के पैरों में गिर पड़े..... ---------------------------------------------- सुकरात समुन्द्र तट पर टहल रहे थे। उनकी नजर तट पर खड़े एक रोते बच्चे पर पड़ी | वो उसके पास गए और प्यार से बच्चे के सिर पर हाथ फेरकर पूछा , -''तुम क्यों रो रहे हो? लड़के ने कहा- 'ये जो मेरे हाथ में प्याला है मैं उसमें इस समुन्द्र को भरना चाहता हूँ पर यह मेरे प्याले में समाता ही नहीं | बच्चे की बात सुनकर सुकरात विस्माद में चले गये और स्वयं रोने लगे | अब पूछने की बारी बच्चे की थी | बच्चा कहने लगा- आप भी मेरी तरह रोने लगे पर आपका प्याला कहाँ है? सुकरात ने जवाब दिया- बालक, तुम छोटे से प्याले में समुन्द्र भरना चाहते हो,और मैं अपनी छोटी सी बुद्धि में सारे संसार की जानकारी भरना चाहता हूँ | आज तुमने सिखा दिया कि समुन्द्र प्याले में नहीं समा सकता है , मैं व्यर्थ ही बेचैन रहा |' यह सुनके बच्चे ने प्याले को दूर समुन्द्र में फेंक दिया और बोला

⛳👑जय शीतला माता की⛳

⛳👑जय शीतला माता की⛳ 🎪#शीतला_माता_की_कथा👣🔔 एक समय की बात है, शीतला माता ने सोचा कि चलो आज देखु कि धरती पर मेरी पूजा कौन करता है, कौन मुझे मानता है। यही सोचकर शीतला माता धरती पर राजस्थान के डुंगरी गाँव में आई और देखा कि इस गाँव में मेरा मंदिर भी नही है, ना मेरी पुजा है। माता शीतला गाँव कि गलियो में घूम रही थी, तभी एक मकान के ऊपर से किसी ने चावल का उबला पानी (मांड) निचे फेका। वह उबलता पानी शीतला माता के ऊपर गिरा जिससे शीतला माता के शरीर में (छाले) फफोले पड गये। शीतला माता के पुरे शरीर में जलन होने लगी। शीतला माता गाँव में इधर उधर भाग भाग के चिल्लाने लगी अरे में जल गई, मेरा शरीर तप रहा है, जल रहा हे। कोई मेरी मदद करो। लेकिन उस गाँव में किसी ने शीतला माता कि मदद नही करी। वही अपने घर के बहार एक कुम्हारन (महिला) बेठी थी। उस कुम्हारन ने देखा कि अरे यह बूढी माई तो बहुत जल गई है। इसके पुरे शरीर में तपन है। इसके पुरे शरीर में (छाले) फफोले पड़ गये है। यह तपन सहन नही कर पा रही है। तब उस कुम्हारन ने कहा है माँ तू यहाँ आकार बैठ जा, मैं तेरे शरीर के ऊपर ठंडा पानी डालती हूँ। कुम्हारन ने उस बूढ

वैदिक ज्यातिष के अनुसार सूर्य उपासना

वैदिक ज्यातिष के अनुसार सूर्य उपासना 〰️〰️🌼〰️〰️🌼🌼〰️〰️🌼〰️〰️ नौ ग्रहों में से सूर्य ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। आधुनिक विज्ञान भी इस बात को प्रमाणित करता है कि सूर्य पर ही पूरा जीवमंडल आश्रित है और यही पृथ्वी पर पूरे जीवन चक्र को चलाने वाली मुख्य शक्ति है। यह जानना उचित होगा कि प्रचीन वैदिक शास्त्र में सूर्य को क्या स्थान दिया गया था। वैदिक साहित्य में सूर्य को जीवनदाता और जीवनपालक कहा जाता है। “मत्स्य पुराण” के अनुसार, “आरोग्यम भास्करादिच्छेत” (सूर्य अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने वाला है)। भारत के ज्ञानियों और संतों ने सूर्य की उपासना की कई विधियां बताई हैं। जिनमें से एक है “सूर्य नमस्कार”। उगते हुए सूरज की पहली किरण को न सिर्फ मानव बल्कि अन्य पशुओं और वनस्पतियों की सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस किरण में बीमारियां पैदा करने वाले तत्वों को खत्म कर अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने की शक्ति होती है। “ऋगवेद” के अनुसार, उगते हुए सूर्य की पहली किरण हृदय रोग, पीलिया तथा अनीमिया आदि को ठीक कर सकती है। इसी प्रकार “अथर्ववेद”

Know the Geeta

Know the Geeta.                                          👏एक हिन्दू को इन👇 जैसी बातों की जानकारी, जबानी रखनी चाहिए :                          "श्री मद्-भगवत गीता"के बारे में- ॐ . किसको किसने सुनाई? उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई। ॐ . कब सुनाई? उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई। ॐ. भगवान ने किस दिन गीता सुनाई? उ.- रविवार के दिन। ॐ. कोनसी तिथि को? उ.- एकादशी ॐ. कहा सुनाई? उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में। ॐ. कितनी देर में सुनाई? उ.- लगभग 45 मिनट में ॐ. क्यू सुनाई? उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए। ॐ. कितने अध्याय है? उ.- कुल 18 अध्याय ॐ. कितने श्लोक है? उ.- 700 श्लोक ॐ. गीता में क्या-क्या बताया गया है? उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है। ॐ. गीता को अर्जुन के अलावा और किन किन लोगो ने सुना? उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने ॐ. अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था? उ.- भगवान सूर

प्रभाव

संत की वाणी • किसी नगर में एक बूढ़ा चोर रहता था। सोलह वर्षीय उसका एक लड़का भी था। चोर जब ज्यादा बूढ़ा हो गया तो अपने बेटे को चोरी की विद्या सिखाने लगा। कुछ ही दिनों में वह लड़का चोरी विद्या में प्रवीण हो गया! दोनों बाप बेटा आराम से जीवन व्यतीत करने लगे! • एक दिन चोर ने अपने बेटे से कहा-- ”देखो बेटा, साधु-संतों की बात कभी नहीं सुननी चाहिए। अगर कहीं कोई महात्मा उपदेश देता हो तो अपने कानों में उंगली डालकर वहां से भाग जाना, समझे! • ”हां बापू, समझ गया!“ एक दिन लड़के ने सोचा, क्यों न आज राजा के घर पर ही हाथ साफ कर दूं। ऐसा सोचकर उधर ही चल पड़ा। थोड़ी दूर जाने के बाद उसने देखा कि रास्ते में बगल में कुछ लोग एकत्र होकर खड़े हैं। उसने एक आते हुए व्यक्ति से पूछा,-- ”उस स्थान पर इतने लोग क्यों एकत्र हुए हैं?“ • उस आदमी ने उत्तर दिया-- ”वहां एक महात्मा उपदेश दे रहे हैं!“ • यह सुनकर उसका माथा ठनका। ‘इसका उपदेश नहीं सुनूंगा ऐसा सोचकर अपने कानों में उंगली डालकर वह वहां से भाग निकला! • जैसे ही वह भीड़ के निकट पहुंचा एक पत्थर से ठोकर लगी और वह गिर गया। उस समय महात्मा जी कह रहे थे, ”कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए

आचार्य रुद्रेश्वरण

📢📢📣📣🔈🔉🔊🔊कृपया ध्यान दीजिए🔈🔉🔊🔊📢📢📣📣 ✅✅✅✅✅✅✅✅✅✅             🕉आवश्यक सूचना🕉 ☑☑☑☑☑☑☑☑☑☑ यदि आप ऐसे समूह से जुड़ना चाहते हैं जो पूर्णतया धार्मिक हो,जिसमे केवल धार्मिक विषयो पर चर्चा हो और आपके धर्म से जुडी जिज्ञासाओं का समाधान मिले तो आप जुड़ सकते हैं। ✉📩✉📩✉📩✉📩✉📩       ◾ समूह:-आचार्य रुद्रेश्वरन ◾ 📲📲📲📲📲📲📲📲📲📲 ➗➗➗जुड़ने की प्रक्रिया➗➗➗ 9⃣9⃣5⃣6⃣9⃣7⃣3⃣7⃣5⃣4⃣ 📱आचार्य रुद्रेश्वरन :- 9956973754 7⃣6⃣0⃣7⃣1⃣2⃣1⃣2⃣3⃣4⃣ 📱देव शुक्ल:- 7607121234 🔛🔛🔛🔛🔛🔛🔛🔛🔛🔛 ऊपर दिए गए किसी एक मोबाईल नं. पर YES भेजें। 📩📲📩📲📩📲📩📲📩📲 🔜🔜🔜🔜🔜🔜🔜🔜🔜🔜 ▪▪▪▪▪▪▪▪▪▪ नियमावली:-आचार्य रुद्रेश्वरन समूह 🎌🎌🎌🎌🎌🎌🎌🎌🎌 ➖➖➖➖नियम➖➖➖➖ ✔कृपया धार्मिक संदेश ही भेजे। ✔ऑडिओ और वीडियो जैसे संदेशो को भेजने के साथ विवरण अवश्य दें। ✔ समूह में किसी धर्म या समुदाय को आहत करने वाले सन्देश कदापि न भेजे।    ✔कृपया किसी भी परिस्थिति में अपशव्द  प्रयोग न करें। ✔समूह में अश्लील सन्देश ,चुटुकुले,शायरी ,व्यक्तिगत चित्र तथा धर्म रहित सन्देश कदापि न भजें। ✔ कृपया समूह में वार