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सूर्य ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव 25 अक्टूबर 2022

۞ஜ▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬ஜ۞                 *हर हर महादेव*     ●▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬●      प्रिय पाठकों ..... *राशियों के लिए ग्रहण 2022 का फल* मेष - स्त्रिपिडा बृष - सौख्यम मिथुन - चिंता कर्क - ब्यथा सिंह - श्री कन्या - क्षति तुला - घात बृश्चिक - हानि धनु - लाभ मकर - सुख कुम्भ - मान नाश मीन - मृत्यु तुल्य कष्ट                                    सम्पूर्ण.....🖌️       🕉️ *।कालेन समौषधम्।* 🕉️ ۞ஜ▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬ஜ۞               *हर इक्षा हर की*  ۞ஜ▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬ஜ۞ 🌺 *ज्योतिषाचार्य वास्तुविद निगमागमोक्त* *प्रवीण आचार्य श्री रुद्रेश्वरन गर्ग*🌺

सूर्य ग्रहण के बाद करने योग्य कृत्य एवम उपया

۞ஜ▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬ஜ۞                 *हर हर महादेव*     ●▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬●      प्रिय पाठकों ..... शास्त्रों में साधना से पहले विविध कर्मों का विधान किया है ताकि दुष्प्रभावों का बचकर आत्मिक उन्नति प्राप्त की जा सके। ऐसे विधानों में स्नान, दान का विशेष महत्त्व बताया गया है। जब तक ग्रहण काल रहे तब तक पूजा-पाठ, दान आदि करना चाहिए। सूर्य अथवा चंद्र ग्रहण होने से समस्त वर्ण के लोगों को सूतक होता है, अतः सूतक से निवृत होेने के लिए स्नान आवश्यक होता है- *‘सर्वेषामेव वर्णानां सूतकं राहुदर्शने।* *सचैल तु भवेत्स्नानां सूतकान्नं विवर्जयेत्।’* *स्नान हेतु तीर्थों के जल का विशिष्ट महत्त्व बताया गया है। ग्रहण काल के प्रारंभ होते ही स्नान कर लेना चाहिए। ग्रहण काल में औषधि स्नान का भी विशेष महत्व है। औषधि स्नान हेतु दूर्वा, खस, शिलाजीत आदि औषधियों को जल में डालकर, पुनः उससे स्नान करने से ग्रहणजन्य अनिष्ट का नाश होता है।*  स्नानोपरांत निम्नलिखित स्तोत्र का 11 बार पाठ करना चाहिए-  *योऽसौ वज्रधरो देव आदित्यानां प्रयत्नतः।* *सहस्रनयनः शक्त्रो ग्रहपीड़ां व्यपोहतु।।* *चतुः शृङ्गः सप्तहस्तः त्रिपादो मेषवाहनः।* *अग्नि